चुनावी सभा के मशहूर बोल – मैं नेता नहीं आपका बेटा हूँ…
क्या नाचने गाने वाले और अभिनय करने वाले ही संसद को चलाएंगे ?
“मत छेड़ो आदिवासियों को, लड़ना मुश्किल होगा, लिखेंगे ऐसा इतिहास, कि पढ़ना मुश्किल होगा…”
भारत का संविधान और आपातकाल की प्रासंगिकता।
पैर की जूती | कविता